शाम को कैफीन और अल्कोहल से दूरी बनाएँ
रात की नींद को बेहतर बनाने का सबसे पहला कदम है शाम को कैफीन और अल्कोहल से दूरी बनाना। कैफीन एक उत्तेजक है जो आपके शरीर को जागृत रखता है, जिससे आपको सोने में मुश्किल हो सकती है। अल्कोहल शुरुआत में आपको नींद ला सकता है, लेकिन बाद में रात में आपकी नींद को बाधित कर सकता है और आपको हल्की नींद दिला सकता है। इसलिए, शाम को इन दोनों पदार्थों से परहेज करना बेहद जरूरी है। सुबह की कॉफ़ी का आनंद लेना ज़रूर, लेकिन शाम को इससे दूर रहें।
डिनर का समय और प्रकार
भारी और तले हुए खाने से रात को परेशानी हो सकती है। डिनर हल्का और पौष्टिक होना चाहिए। सोने से कम से कम 2-3 घंटे पहले डिनर कर लें ताकि आपके शरीर को उसे पचाने का समय मिल सके। भारी भोजन पचाने में समय लेता है और नींद में खलल डाल सकता है। हल्का सालाद, दलिया, या सूप जैसे विकल्प बेहतर रहेंगे। मसालेदार भोजन से भी परहेज करें क्योंकि इससे अपच और नींद न आने की समस्या हो सकती है।
शाम को शारीरिक गतिविधि
दिन भर में नियमित व्यायाम करना ज़रूरी है, लेकिन शाम को ज़्यादा ज़ोरदार व्यायाम करने से बचें। शाम को हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे योग या ताज़ी हवा में टहलना आपके तनाव को कम करने और नींद को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। लेकिन, सोने से ठीक पहले कसरत करने से बचें क्योंकि इससे आपका शरीर उत्तेजित हो सकता है और नींद में बाधा आ सकती है।
एक आरामदायक सोने का माहौल बनाएँ
सोने का कमरा शांत, अंधेरा और ठंडा होना चाहिए। आप चाहें तो सोने से पहले कमरे में कुछ समय तक हल्की-फुल्की लाइट जलाकर रख सकते हैं, लेकिन फिर उसे पूरी तरह से बंद कर दें। आरामदायक बिस्तर, तकिया और चादर का होना भी महत्वपूर्ण है। शोरगुल से बचने के लिए आप ईयरप्लग का इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपका कमरा बहुत गर्म है, तो एक पंखा या एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करें।
नींद की दिनचर्या बनाएँ और उसका पालन करें
नियमित सोने और उठने का समय बनाएँ और उसका हर दिन पालन करने की कोशिश करें, चाहे वह वीकेंड हो या वीक डे। यह आपके शरीर की आंतरिक घड़ी (सर्कैडियन रिदम) को नियमित रखने में मदद करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। यदि आपको सोने में परेशानी हो रही है, तो बिस्तर पर लेटे रहने के बजाय कुछ समय के लिए कमरे से बाहर निकल जाएँ और किसी शांत काम में लग जाएँ, जैसे कि किताब पढ़ना या हल्का संगीत सुनना। जब आपको नींद आने लगे, तब वापस बिस्तर पर जाएँ।
तनाव प्रबंधन
तनाव और चिंता नींद को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं। सोने से पहले तनाव कम करने के लिए कुछ तकनीक अपनाएँ, जैसे कि गहरी साँस लेना, ध्यान करना, या आराम करने के लिए कोई शांत गतिविधि करना। यदि आपका तनाव बहुत ज़्यादा है, तो किसी मनोचिकित्सक या थेरेपिस्ट से सलाह लें। सोने से पहले किसी भी तरह की परेशानी वाली या तनावपूर्ण बातचीत से बचें।
सोने से पहले स्क्रीन टाइम से बचें
सोने से पहले मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप या टीवी जैसी स्क्रीन से दूरी बनाना महत्वपूर्ण है। इन उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी आपकी नींद को प्रभावित करती है और आपको सोने में मुश्किल हो सकती है। सोने से कम से कम एक घंटे पहले इन उपकरणों का इस्तेमाल बंद कर दें। इसके बजाय, आप किताब पढ़ सकते हैं, हल्का संगीत सुन सकते हैं, या आरामदायक स्नान कर सकते हैं।
पर्याप्त सूर्य के प्रकाश का सेवन करें
दिन के दौरान पर्याप्त सूर्य के प्रकाश का सेवन करना भी नींद के लिए महत्वपूर्ण है। सूर्य का प्रकाश आपके शरीर की आंतरिक घड़ी को नियमित रखने में मदद करता है। दिन में कुछ समय सूर्य के प्रकाश में बिताने से आपकी रात की नींद बेहतर हो सकती है। यदि आप अधिकांश समय घर के अंदर ही बिताते हैं तो यह और भी ज़रूरी हो जाता है।
हाइड्रेशन
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना शरीर के लिए ज़रूरी है, और यह नींद को भी प्रभावित करता है। डिहाइड्रेशन नींद में खलल डाल सकता है, इसलिए दिन भर में नियमित रूप से पानी पीते रहें। हालांकि, सोने से ठीक पहले बहुत ज़्यादा पानी पीने से आपको बार-बार बाथरूम जाना पड़ सकता है, इसलिए सोने से पहले पानी पीने की मात्रा कम कर दें। कृपया यहाँ क्लिक करें रात की आरामदायक दिनचर्या कैसे बनाएँ के बारे में।