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बच्चों को घर के कामों में कैसे शामिल करें?
पालन-पोषण और परिवार

बच्चों को घर के कामों में कैसे शामिल करें?

बच्चों की उम्र के अनुसार कामों का चुनाव

बच्चों को घर के कामों में शामिल करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके काम उम्र के अनुसार हों। एक छोटा बच्चा बर्तन नहीं मांज सकता, लेकिन वो खिलौने उठा सकता है। तीन साल का बच्चा कपड़े मोड़ने में मदद कर सकता है जबकि दस साल का बच्चा सब्जियाँ धो सकता है या फर्श पोछ सकता है। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि काम चुनौतीपूर्ण होने चाहिए लेकिन असंभव नहीं। बच्चों को काम करने में मज़ा आना चाहिए, इससे उन्हें आत्मविश्वास और संतुष्टि मिलेगी। उन्हें काम सौंपते समय उनकी क्षमता और रुचि को ध्यान में रखें।

काम को खेल की तरह बनाएँ

घर के कामों को बच्चों के लिए ज़्यादा आकर्षक बनाने के लिए, आप इन्हें खेल की तरह बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप कपड़े मोड़ने की स्पर्धा कर सकते हैं या बर्तन धोते समय गाना गा सकते हैं। एक टाइमर लगाकर काम पूरा करने की समय सीमा तय करें और उन्हें प्रोत्साहित करें। यह उन्हें काम को बोरिंग होने से बचाएगा और उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करेगा। याद रखें, मज़ा और उत्साह ही बच्चों को कामों में शामिल करने की कुंजी है।

उनकी मदद और सहयोग की सराहना करें

बच्चों की हर छोटी-बड़ी मदद की सराहना करना बहुत ज़रूरी है। उनकी मेहनत को देखकर उनकी तारीफ़ करें और उन्हें बताएं कि आप उनके काम से कितना खुश हैं। एक छोटा सा इनाम या पुरस्कार भी उन्हें प्रोत्साहित करेगा। यह उन्हें महसूस कराएगा कि उनका योगदान महत्वपूर्ण है और उन्हें परिवार का अहम हिस्सा माना जाता है। सकारात्मक प्रतिक्रिया से बच्चों का मनोबल बढ़ता है और वे आगे भी खुशी से काम करेंगे।

उन्हें ज़िम्मेदारी सिखाएँ

घर के काम बच्चों को ज़िम्मेदारी सिखाने का एक बेहतरीन तरीका हैं। जब बच्चे अपने कामों के प्रति ज़िम्मेदार होते हैं, तो वे अपने आस-पास के वातावरण के प्रति भी ज़िम्मेदार बनते हैं। उन्हें समझाएँ कि हर किसी को घर में योगदान देना चाहिए और उनके काम से परिवार को लाभ होता है। यह उन्हें स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता सिखाता है। धीरे-धीरे उनकी ज़िम्मेदारियों में बढ़ोतरी करें जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं।

एक नियमित कार्यक्रम बनाएँ

बच्चों को काम सौंपने के लिए एक नियमित कार्यक्रम बनाना महत्वपूर्ण है। यह उन्हें पता होगा कि उन्हें कब और क्या करना है। यह कार्यक्रम उम्र और क्षमता के अनुसार होना चाहिए। उदाहरण के लिए, छोटे बच्चे रोज़ाना खिलौने उठा सकते हैं, जबकि बड़े बच्चे हफ्ते में एक बार अपने कमरे की सफाई कर सकते हैं। एक दृश्यमान चार्ट या कैलेंडर बनाएँ जहाँ बच्चों के काम लिखे हों, इससे उन्हें याद रखने में मदद मिलेगी। नियमितता से वे काम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लेंगे।

धैर्य और समझदारी रखें

बच्चों को घर के कामों में शामिल करना आसान नहीं होता है। शुरू में वे काम करने से हिचकिचा सकते हैं या काम को सही तरीके से नहीं कर पाएँ। इसलिए धैर्य और समझदारी रखना बहुत ज़रूरी है। उन्हें गलतियाँ करने की इजाज़त दें और उन्हें सही करने में मदद करें। उनकी कोशिशों की सराहना करें, भले ही काम उम्मीद के मुताबिक़ न हो। याद रखें, लक्ष्य बच्चों को काम सिखाना है, परफेक्शन नहीं। धीरे-धीरे वे सीखेंगे और बेहतर करेंगे।

काम को मज़ेदार बनाने के और तरीके

बच्चों को कामों में लगाने के लिए आप और भी कई रचनात्मक तरीके अपना सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप संगीत चलाकर काम को और मज़ेदार बना सकते हैं। या फिर आप काम को एक कहानी के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। आप बच्चों को काम करने के लिए पॉइंट्स दे सकते हैं, जिन्हें वे बाद में अपने पसंदीदा खिलौने या गतिविधियों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आप परिवार के साथ मिलकर काम कर सकते हैं, जिससे उन्हें काम को परिवार का एक हिस्सा समझने में मदद मिलेगी।

बच्चों की राय लें

बच्चों को काम सौंपते समय, उनके विचारों को महत्व दें। उनसे पूछें कि वे कौन सा काम करना चाहते हैं और उन्हें किस काम में मज़ा आता है। यह उन्हें अपनी पसंद के काम करने का मौका देगा और वे अधिक उत्साह के साथ काम करेंगे। यह उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा और उन्हें महसूस कराएगा कि उनकी राय की कद्र की जाती है। यह सहभागिता उन्हें कामों के प्रति ज़्यादा ज़िम्मेदार बनाएगी। यहाँ जाएँ और बच्चों को घर के कामों में कैसे शामिल करें इसके बारे में जानें: बच्चों को घर के कामों में कैसे शामिल करें